Taj Mahal Agra: ताज महल भारत के आगरा शहर में यमुना नदी के दक्षिणी तट पर स्थित एक सफ़ेद संगमरमर का मकबरा है । इसे 1632 में मुगल सम्राट शाहजहाँ ( जिन्होंने 1628 से 1658 तक शासन किया ) ने अपनी पसंदीदा पत्नी मुमताज महल के लिए बनवाया था ।
Taj Mahal Agra: आगरा भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित एक प्रसिद्ध शहर है । यह शहर अपने ऐतिहासिक महत्व,संस्कृति और प्रमुख पर्यटक आकर्षणों के लिए प्रसिद्ध है । मुगल सम्राट अकबर, जहाँगीर और शाहजहाँ के समय में आगरा मुगल साम्राज्य की राजधानी हुआ करता था । ताजमहल उत्तर प्रदेश का एक प्रसिद्ध मकबरा है । इसे यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी है । ताजमहल अपनी वैश्विक ख्याति के लिए जाना जाता है । यह भारत के प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में से एक है । यह मकबरा मुगल सम्राट शाहजहाँ की पत्नी मुमताज महल की याद में बनाया गया था ।
Taj Mahal Agra: ताज महल का इतिहास
ताजमहल का निर्माण 1632 से 1653 के बीच हुआ था और इसे उस समय की अनूठी मुगल वास्तुकला का एक उदाहरण माना जाता है । लाल किले के पास स्थित यह इमारत यमुना नदी के तट पर स्थित है । ताजमहल का निर्माण शाहजहाँ ने तब शुरू करवाया था जब उनकी पत्नी मुमताज महल ने उनसे वादा किया था कि वे अपनी मृत्यु के बाद उनकी याद में दुनिया का सबसे खूबसूरत मकबरा बनवाएँगे । ताजमहल के निर्माण में लाल पत्थर , सफेद संगमरमर , कांस्य , सोना , नीलम, मोती, फ़िरोज़ा पत्थर और अन्य कीमती रत्नों जैसी सामग्रियों का इस्तेमाल किया गया था ।
Taj Mahal Agra: ताज महल की वास्तुकला
ताजमहल को इंडो-इस्लामिक वास्तुकला का शिखर माना जाता है , और यह अपनी भव्यता और समरूपता के लिए प्रसिद्ध है । जड़े हुए रूपांकनों और सफ़ेद गुंबदों वाली इसकी सफ़ेद संगमरमर की दीवारें इसे तुरंत पहचानने योग्य बनाती हैं । मकबरे के अलावा , परिसर में एक मस्जिद , एक गेस्ट हाउस, पानी के चैनलों वाला एक बगीचा और लाल बलुआ पत्थर का प्रवेश द्वार शामिल है । परिसर को जड़े हुए रत्नों और कुरान की सुलेखित आयतों से सजाया गया है ।
Taj Mahal Agra: ताज महल बनने में कितने साल लगे थे और इसको किसने बनाया था
ताजमहल को बनने में लगभग 22 साल लगे थे । निर्माण कार्य 1632 ई . में शुरू हुआ और 1653 ई. में पूरा हुआ । इसके निर्माण में लगभग 20,000 श्रमिकों, कारीगरों, वास्तुकारों और शिल्पकारों ने योगदान दिया । इसे लंबे समय तक सावधानीपूर्वक और श्रमसाध्य तरीके से बनाया गया था , जिससे यह एक आदर्श वास्तुशिल्प कृति बन गई ।
ताजमहल के निर्माण में एक बड़ी कुशल टीम शामिल थी , जिसमें कई प्रसिद्ध कारीगर शामिल थे । मुख्य वास्तुकार और निर्माता उस्ताद अहमद लाहौरी थे , जो एक अनुकरणीय मुगल वास्तुकार थे , जिन्होंने ताजमहल के डिजाइन और निर्माण का प्रबंधन किया था । उन्होंने ताजमहल की अनूठी स्थापत्य शैली का निर्माण किया , जिसमें मुगल संस्कृति और वास्तुकला के साथ – साथ पारंपरिक भारतीय शैलियों को भी शामिल किया गया।
इसके अलावा , अन्य कारीगर भी इस काम में शामिल थे, जो निर्माण के विभिन्न पहलुओं में उनकी सहायता कर रहे थे। टीम में आवासीय और गैर – आवासीय कारीगर , संगमरमर के नक्काशीदार , संगमरमर के कारीगर , रंगीन कढ़ाई के कारीगर, सुलेख कारीगर, चमकदार कलाकार और जौहरी शामिल थे। उन्होंने संगमरमर और पत्थर पर नक्काशी, चमकदार कला , जटिल वास्तुकला , चांदी की शिल्पकला, रंगीन कढ़ाई और सुनहरे शिल्पकला पर काम किया । ताजमहल की सुंदरता , नक्काशी और जटिल शिल्पकला इन कारीगरों की कड़ी मेहनत और कौशल का प्रमाण है जिन्होंने इस भव्य इमारत का निर्माण किया ।
Taj Mahal Agra: ताज महल का पूरा नाम क्या है?
ताजमहल का पूरा नाम “दीवान-ए-खास-ए-खासरो” है । इसे मुगल बादशाह शाहजहां की पत्नी मुमताज महल की याद में बनवाया गया था । ” ताज” का अर्थ है “मुकुट” और “महल” का अर्थ है “मकबरा” या “महल”। इसका अर्थ है ” मुकुट वाला मकबरा” या “मुकुट वाला महल”। यह भारत के प्रमुख विरासत स्थलों में से एक है और इसे दुनिया की सबसे शानदार वास्तुकला सुंदरियों में से एक माना जाता है ।
Taj Mahal Agra: ताज महल कितनी बजे खुलता है
ताजमहल सुबह से शाम तक खुला रहता है । यह सामान्य दिनों में भी खुला रहता है , जिसका मतलब है कि आप इसे सुबह 6:00 बजे से शाम 6:30 बजे तक देख सकते हैं । कृपया ध्यान दें कि ताजमहल बुधवार से शुक्रवार तक खुला रहता है, और शनिवार को यह केवल अलाउद्दीन खिलजी के दूसरे मकबरे के लिए खुला रहता है ।
Taj Mahal Agra: टिकट और खर्च
विदेशियों-1100
भारतीय-50
सार्क या बिम्सटेक देशों के नागरिक-540
15 वर्ष से कम उम्र के बच्चे-मुफ़्त
*मुख्य मकबरे को देखने के लिए 200 रुपये अतिरिक्त देने होंगे।
Taj Mahal Agra: ताज महल की फोटो गॅलरी