Ram Jhula: 38 साल पुराना है यह राम झूला, झूलता हुआ ये पुल पर्यटकों को करता है अपनी तरफ आकर्षित!

Ram Jhula : भारत की ऋषिकेश नामक नगरी से शायद ही कोई वंचित होगा। यह भारत की सबसे पवित्र और शुद्ध नगरी मानी जाती है। यहाँ की पवित्रता और शुद्धता का लाभ उठाने लोग दूर-दूर से आते है। यही मौजूद है 90 साल पुराना राम झूला झों करता है लोगों को अपनी तरफ आकर्षित।

Ram Jhula : भारत की ऋषिकेश नगरी को काफी शुद्ध और पवित्र माना जाता है। यह नगरी शुद्ध और पवित्र होने के करण पूरे विश्वभर में प्रसिद्ध है। इस नगरी का भ्रमण करने लोग दूर-दूर से आते है। यहीं मौजूद है राम झूला, झूलता हुआ यह पुल पर्यटकों को आकर्षित करता है। ऋषिकेश आने वाले यात्री यहां जरूर आते हैं।

इस कुंड से उन्हें मां गंगा का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है । गंगा नदी के दोनों किनारों पर कई हिंदू धार्मिक आश्रम स्थापित हैं । यह कुंड शिवानंद आश्रम, गीता भवन, परमार्थ निकेतन और स्वर्गाश्रम से जुड़ा हुआ है ।

Ram Jhula: राम झूले का इतिहास
उत्तराखंड राज्य के ऋषिकेश शहर से 3 किलोमीटर दूर गंगा नदी पर बना राम झूला पुल 38 साल पुराना है । इतिहासकारों के अनुसार इस पुल का निर्माण 1986 में उत्तर प्रदेश सरकार ने करवाया था । 750 फीट लंबा यह पुल गोमुख से पहाड़ों के बीच बहती हुई ऋषिकेश की समुद्र तल पर धरती को छूती हुई गंगा नदी पर झूलता है ।

इस पुल को मजबूत लोहे के तारों का इस्तेमाल करके बनाया गया था । राम झूला पुल लक्ष्मण झूला पुल से भी बड़ा है । रात के समय रंग -बिरंगी झिलमिलाती रोशनी के साथ पुल का नजारा वाकई मंत्रमुग्ध कर देने वाला होता है ।

Ram Jhula: राम झूले की कहानी
हिंदू धर्मग्रंथों के पुराणों के अनुसार भगवान श्री रामचंद्र के छोटे भाई श्री लक्ष्मण ने रामायण में वर्णित उसी स्थान पर गंगा नदी को पार करने के लिए रसायनों की रस्सी का उपयोग किया था । कहा जाता है कि लक्ष्मण ने पहला झूला इसी स्थान पर बनवाया था । कहा जाता है कि 1889 में कोलकाता के सेठ सूरजमल ने स्वामी विशुद्धानंद के कहने पर इसका निर्माण कराया था ।

लक्ष्मण झूला देखने के बाद 1986 में राम झूला का निर्माण कराया गया । शिवानंद आश्रम के ठीक सामने स्थित इस पुल को शिवानंद झूला के नाम से भी जाना जाता है। राम झूला पुल ज्यादा पुराना नहीं है , यही वजह है कि इस पुल से न सिर्फ पैदल यात्री बल्कि दोपहिया वाहन भी गुजरते हैं । इस पुल पर चलते समय आपको ऐसा लगेगा जैसे पुल झूल रहा हो ।

Ram Jhula: राम झूले के पास प्रमुख आकर्षण
राम झूला सिर्फ एक पुल नहीं है , बल्कि ऋषिकेश के कई अन्य आकर्षणों का प्रवेश द्वार भी है । राम झूला के आसपास कुछ लोकप्रिय आकर्षण हैं जिन्हें आपको देखना नहीं भूलना चाहिए :

  • आश्रम: ऋषिकेश को दुनिया की योग राजधानी के रूप में जाना जाता है , और राम झूला के पास कई आश्रम हैं जो योग और ध्यान कार्यक्रम , कार्यशालाएँ और रिट्रीट प्रदान करते हैं । कुछ प्रसिद्ध आश्रमों में परमार्थ निकेतन, शिवानंद आश्रम, स्वर्ग आश्रम, गीता भवन आदि शामिल हैं । इन आश्रमों में खूबसूरत बगीचे, पुस्तकालय, संग्रहालय और मंदिर भी हैं जिन्हें आप देख सकते हैं ।
  • मंदिर: ऋषिकेश हिंदुओं के लिए एक पवित्र शहर माना जाता है , और राम झूला के पास विभिन्न देवताओं को समर्पित कई मंदिर हैं । कुछ लोकप्रिय मंदिरों में श्री राम मंदिर, श्री त्र्यंबकेश्वर मंदिर, श्री नीलकंठ महादेव मंदिर, श्री भरत मंदिर आदि शामिल हैं । ये मंदिर अपनी वास्तुकला , इतिहास और आध्यात्मिकता के लिए जाने जाते हैं ।
  • बाजार: ऋषिकेश खरीदारी के लिए भी एक स्वर्ग है , और राम झूला के पास कई बाजार हैं जो कपड़े, हस्तशिल्प, गहने, किताबें, स्मृति चिन्ह आदि जैसी विभिन्न वस्तुएं बेचते हैं । कुछ प्रसिद्ध बाजार हैं राम झूला बाजार, लक्ष्मण झूला बाजार, स्वर्ग आश्रम बाजार आदि । ये बाजार मोलभाव करने और कुछ अनोखे और किफायती उत्पाद खोजने के लिए आदर्श हैं।

Ram Jhula: ऋषिकेश में करने योग्य गतिविधियाँ
ऋषिकेश सिर्फ़ देखने की जगह नहीं है , बल्कि करने की भी जगह है । ऋषिकेश में करने के लिए कई चीज़ें हैं जो आपकी यात्रा को यादगार और रोमांचक बना देंगी। ऋषिकेश में करने के लिए कुछ चीज़ें इस प्रकार हैं :

  • एडवेंचर स्पोर्ट्स: ऋषिकेश एडवेंचर स्पोर्ट्स का केंद्र है, जैसे राफ्टिंग, बंजी जंपिंग, कैंपिंग, ट्रैकिंग आदि। आप गंगा नदी के किनारे या आस-पास की पहाड़ियों में विभिन्न स्थानों पर इन गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं। आप अपने कौशल और सहनशक्ति के आधार पर कठिनाई और अवधि के विभिन्न स्तरों में से चुन सकते हैं। आप इन गतिविधियों को ऑनलाइन या राम झूला के पास स्थानीय ऑपरेटरों के माध्यम से भी बुक कर सकते हैं।
  • धार्मिक समारोह: ऋषिकेश हिंदुओं के लिए एक पवित्र शहर है , और राम झूला के पास हर दिन कई धार्मिक समारोह होते हैं। सबसे प्रसिद्ध समारोहों में से एक गंगा आरती है , जो सूर्यास्त के दौरान गंगा नदी में प्रार्थना और दीपदान का एक दैनिक अनुष्ठान है । आप राम झूला के पास परमार्थ निकेतन आश्रम में हर शाम इस भव्य समारोह को देख सकते हैं । एक अन्य प्रसिद्ध समारोह रुद्राभिषेकम है, जो राम झूला के पास श्री त्र्यंबकेश्वर मंदिर में हर सुबह दूध और पानी का उपयोग करके भगवान शिव के लिए एक विशेष पूजा है ।
  • दर्शनीय स्थल: ऋषिकेश एक खूबसूरत शहर है जहाँ आपको कई पर्यटक आकर्षण मिलेंगे जो अपनी खूबसूरती और आकर्षण से आपका मन मोह लेंगे । कुछ पर्यटक स्थलों में लक्ष्मण झूला ( राम झूला जैसा ही एक और सस्पेंशन ब्रिज), नीर गढ़ झरना ( लक्ष्मण झूला के पास एक प्राकृतिक झरना ) , बीटल्स आश्रम ( एक परित्यक्त आश्रम जहाँ बीटल्स 1968 में रुके थे और गाने बनाए थे ), कुंजापुरी मंदिर ( एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित एक मंदिर जो सूर्योदय और सूर्यास्त का अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करता है ) , आदि शामिल हैं ।

Ram Jhula: राम झूला क्यों प्रसिद्ध है?
राम झूला अपनी प्राकृतिक सुंदरता, धार्मिक महत्व और रोमांचकारी अनुभवों के लिए प्रसिद्ध है । यह गंगा नदी और हिमालय पर्वतों का अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करता है ।

यह ऋषिकेश के कुछ पवित्र स्थानों जैसे परमार्थ निकेतन, स्वर्ग आश्रम, गीता भवन आदि से भी जुड़ता है । यह उन आगंतुकों को भी रोमांचकारी अनुभव प्रदान करता है जो हवा के साथ झूलते पुल पर चलते हैं या सवारी करते हैं ।

Ram Jhula: राम झूला घूमने का सबसे अच्छा समय
ऋषिकेश में तीन मौसम होते हैं : गर्मी (मार्च-जून), मानसून (जुलाई-सितंबर), और सर्दी (अक्टूबर-फरवरी)। गर्मी का मौसम गर्म और शुष्क होता है , जिसमें तापमान 20°C से 35°C तक होता है। मानसून का मौसम गीला और बरसात वाला होता है , जिसमें अक्सर बारिश और भूस्खलन होता है। सर्दियों का मौसम ठंडा और सुखद होता है , जिसमें तापमान 5°C से 20°C तक होता है ।

Ram Jhula: राम झूले का समय
यह झूला पर्यटकों के लिए 24 घंटे खुला रहता है।

Ram Jhula: टिकट और खर्च
यहाँ जाने के लिए किसी भी शुल्क का भुगतान नही करना पड़ता है। यह निशुल्क है।

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